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Saturday, April 20, 2024

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Liquid funds kya hai: इनमें निवेश Bank FD से दिलाएं ज्यादा रिटर्न

लिक्विड फंड क्‍या है :What is Liquid funds in hindi

Liquid funds kya hai: Liquid funds म्‍यूचुअल फंड का वह प्रकार है, जिसमें debt और money market में निवेश किया जाता हैं। इन साधनों में commercial papers, call money, government securities, ट्रेजरी बिल आदि शामिल हैं। इनकी मैच्‍योरिटी अवधि आमतौर पर 91 दिन की होती है।

उम्‍दा Liquid funds सेविंग बैंक अकाउंट की अपेक्षा अधिक return देते हैं। इनमें लिक्विडिटी यानी तरलता होती है। इसलिए आप जब चाहे अपनी जरूरत के मुताबिक पैसा निकाल (units redeem करके) सकते हैं।

Liquid funds kya hai: दूसरे शब्‍दों में, liquidity का मतलब ऐसी संपत्ति से है जिसे आसानी से खरीद या बेचकर नकदी में तब्‍दील किया जा सके।

Liquid funds की इस खासियत के चलते निवेशकों के बीच इनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। इन फंडों से पैसा 24 घंटे के भीतर आपके बैंक अकाउंट में आ जाता है।

लिक्विड फंड में निवेश के क्‍या लाभ हैं?

1–Bank FD और saving account से अधिक देते हैंं रिटर्न

Liquid funds kya hai: Liquid funds बैंक के फिक्स्ड डिपॉज़िट (Bank FD) या Saving account से ज्‍यादा रिटर्न देते हैं। रिटर्न देने की इस काबिलियत को देखते हुए निवेशक इस ओर आकर्षित हो रहे हैं।

यही नहीं, लिक्विड फंड न सिर्फ सेविंग अकाउंट बल्कि करेंट अकाउंट का भी बेहतर विकल्‍प है, क्‍योंकि जहां करेंट अकाउंट पर कोई ब्‍याज नहीं मिलता, वहीं लिक्विड फंड में प्रतिदिन के हिसाब से रिटर्न मिलता है।

Saving account में तीन माह के जमा पर ब्‍याज लगता है। वहीं, लिक्विड फंड में प्रतिदिन के हिसाब से निवेशित राशि पर रिटर्न मिलता है।

उदाहरण के तौर पर अगर आपके Saving account में 5 लाख रुपये 80 दिनों तक जमा है। आपने 81–82वें दिन 5 लाख रुपये निकाल लिये तो बैंक आपको कोई ब्‍याज नहीं देगा। वहीं, लिक्विड फंड में आपको कुछ रिटर्न अवश्‍य मिलता है।

बीते कई सालों से लिक्विड फंड ने 7% और इससे अधिक का रिटर्न दिया है। ये रिटर्न सेविंग बैंक के 4-5% और बैंक एफडी के 5–6% से ज्‍यादा है।

यह भी पढ़ें- Mutual fund kya hain | What is mutual fund in hindi

2- Liquid funds निश्चित रिटर्न देने में समर्थ है

Liquid funds ऐसे Debt instruments में निवेश करते हैं, जिनमें ब्याज दर तय रहती हैं। जाहिर है कि इनमें निवेश से मिलने वाले रिटर्न (लाभ) भी fixed होता है। सिक्योरिटीज़ के mature होने पर investor को निश्चित ब्याज के साथ principal amount वापस मिल जाता है।

3- हर वक्‍त Liquidity इनकी सबसे बड़ी खासियत

Liquid fund kya hai: इनमें निवेश Bank FD से दिलाएं ज्यादा रिटर्नLiquid funds में किए गए निवेश पर कोई लॉक-इन अवधि नहीं होती। जहां मैच्‍योरिटी से पहले बैंक एफडी तुड़वाने पर पेनाल्‍टी देनी पड़ती है, वैसी कोई पेनाल्‍टी यहां नहीं होती।

बता दें कि लिक्विड फंड में निवेश के 7 दिनों के बाद पूरी पूंजी निकालने पर कोई शुल्‍क नहीं लगता। यानी कोई exit load नहीं है।

यह भी पढ़ें- SIP vs Lump sum:म्युचुअल फंड में किस तरह का निवेश रहेगा फायदेमंद?

4- सबसे कम रिस्‍क में सुरक्षित रिटर्न

Liquid funds kya hai: Liquid fund के निवेश पोर्टफोलियो में शॉर्ट टर्म मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स होते हैं। किसी भी निवेशित सुरक्षा की अधिकत मैच्योरिटी 3 महीने है, जो पोर्टफोलियो को interest rate में होने वाले बड़े बदलाव बचा लेता है।

लिक्विड फंडों में सबसे कम रिस्‍क होता है। इसके अलावा म्यूचुअल फंड की तमाम कैटेगरी की बात करें तो इनमें सबसे कम volatility होती है।

ऐसा होने का एक खास कारण यह है कि ये फंड ज्यादा क्रेडिट रेटिंग (P1+) वाले साधनों में इन्‍वेस्‍ट करते हैं। इन्‍हें शॉर्ट टर्म मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स कहा जाता है।

इनमें किए गए इन्‍वेस्‍टमेंट्स की मैच्‍योरिटी अवधि 3 महीने ही होती है। नतीजतन, पोर्टफोलियो के ब्‍याज दर में होने वाले बदलाव की उठा पटक से निवेश बच जाता है।

यह भी पढ़ें- लार्ज कैप म्युच्युअल फंड्स क्‍या हैं, इनमें निवेश क्‍यों सुरक्षित है?

5–Parking Money रखने का भी जरिया है Liquid funds

Liquid funds kya hai : किसी प्रापर्टी को बेचने या किसी जरिए से अगर बड़ा एकमुश्‍त पैसा आ जाए, उस स्थिति में भी Liquid fund बेहद मददगार होते हैं। जब तक आप ये फैसला करें कि इन पैसों का क्‍या करना है, उतनी अवधि के लिए भी पैसा इन फंडों में पार्क किया जा सकता है।

इक्विटी मार्केट में आने वाली गिरावट से अपने निवेश को सुरक्षित रखने के लिए भी Liquid fund में switch किया जा सकता है।

ऐसा करने का लाभ यह है कि आप सही समय पर इक्विटी बाजार में दोबार निवेश कर सकते हैं। ये खासियत निवेशक को अतिरिक्‍त लाभ दे सकती है, जो निवेश के किसी अन्‍य साधन में संभव नहीं है।

यह भी पढ़ें-

जानें कितना लगता है लिक्विड फंड पर टैक्स?

Liquid funds पर Capital gain tax यानी कमाए गए रिटर्न पर टैक्स लगता है। निवेश के तीन साल के भीतर पैसा निकालने पर short term capital gain (STCG) tax देना होता है।

Liquid fund kya hai : वहीं, तीन साल बाद पैसा निकालने पर Long term capital gain (LTCG) tax लगता है। जो निवेशक के इनकम टैक्‍स स्‍लैब के अनुसार लगता है। टैक्‍स चुकाने के बाद भी लिक्विड फंड निवेशकों के लिए फायदे का सौदा ही साबित होते हैं।

आगे के लेख में हम आपको डिटेल में बताएंगे कि निवेश के लिए लिक्विड फंड कैसे चुनें? निवेश का सही समय क्‍या है और लिक्विड फंड में निवेश कैसे करें?

यह भी पढ़ें- Retirement Planning kaise kare : नौकरी ज्‍वाइन करते ही करें रिटायरमेंट प्लानिंग

Liquid Funds में ऑनलाइन निवेश कैसे करें?

Liquid funds kya hai : म्‍युचुअल फंड की स्‍कीम्‍स में ऑनलाइन निवेश के लिए आपको डीमैट अकाउंट खोलना होगा। इसके लिए NJ India Invest Ltd में E Wealth Account  पर जाकर रजिस्‍ट्रेशन करें। यहां पैन कार्ड, आधार अपलोड कर अपना केवाईसी प्रोसेस पूरा करें।

आपके ईमेल पर अकाउंट का कन्‍फर्मेशन आते ही आप निवेश के लिए तैयार हो जाएंगे। किसी तरह की असुविधा होने पर आप 7007367525 पर संपर्क कर सकते हैं। इस पर आपको फ्री सलाह दी जाएगी।

Liquid Funds के बारे में  प्रस्‍तुत  लेेेेख में उपयोगी जानकारी दी गई हैं। अगर आपकी कुछ शंकाएं अब भी शेष हों तो मुझसे ऊपर दिए गए नंबर पर बात कर सलाह ले सकते हैं।

ये लेख काफी अनुभव और रिसर्च के बाद लिखे जाते हैं। इसलिए कृपया आप लोग इन्‍हें शेयर और लाइक करने में उदारता दिखाएं।

 

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